केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने लालू जी के संबंध में अपशब्दों का इस्तेमाल किया है, ये गरिमाहीन और समाज में नफरत फैलाने वाली भाषा है: एजाज अहमद

arun raj
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पटना :- केंद्रीय मंत्री और हम पार्टी के नेता श्री जीतन राम मांझी के द्वारा लालू प्रसाद यादव के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने और दलित विरोधी कहने पर प्रदेश राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि लालू प्रसाद ने दलित, शोषित, वंचित और समाज के सभी वर्गों को स्वर और सम्मान दिया, बल्कि उनको सत्ता में हक और अधिकार भी दिया। जबकि जीतन राम मांझी केंद्रीय मंत्री बनकर नरेंद्र मोदी को खुश करने में और उनके पुत्र संतोष सुमन बिहार सरकार में मंत्री बनकर नीतीश कुमार को खुश करने के कार्यों में लगे हुए हैं। राष्ट्रीय जनता दल ने अपने संगठन में आरक्षण की व्यवस्था की है, जहां दलित आदिवासी और अति पिछड़ा समाज के लोगों को संगठन में आरक्षण दी। वहीं उनको हर स्तर पर मान- सम्मान हक और अधिकार भी दिया। और हमेशा लालू प्रसाद जी ने दलित वर्ग को सत्ता में रहते हुए हक और अधिकार दिया,बल्कि पार्टी के संगठन में भी सबसे अधिक दलित समाज के लोगों को ही अध्यक्ष बनाया।


  एजाज ने आगे कहा कि मांझी फैमिली को अपने विभागों के प्रति कभी भी गंभीरता से काम करते हुए नहीं देखा गया है, लेकिन यह लोग बयानवीर अवश्य हैं और बयानों का सिलसिला लगातार जारी है। और जिस तरह की भाषा जीतन राम मांझी इस्तेमाल करते हैं यह कहीं से उपयुक्त नहीं है वह भारत सरकार के मंत्री हैं, लेकिन उनके बयान में गंभीरता नहीं दिखती है। वह जो भी बयान देते हैं कहीं ना कहीं लालू प्रसाद जी और तेजस्वी जी के प्रति उनकी क्या सोंच है वह उनके बयान से ही स्पष्ट हो जाता है और कहीं ना कहीं लालू और तेजस्वी फोबिया के वह शिकार हो गए हैं।

  इन्होंने आगे कहा कि दरअसल वह इस तरह का बयान नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को खुश करने के लिए ही देते हैं, और आजकल तो वह हद से ज्यादा असंसदीय और अपसंस्कृति वाली भाषा इस्तेमाल कर रहे हैं, जो एक केंद्रीय मंत्री के लिए शोभा नहीं देता है। इस तरह की भाषा से केंद्रीय मंत्री को बचाना चाहिए।

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