नई दिल्लीः लोकसभा सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का हृदय से अभिनंदन किया और केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारामन को शुभकामनाएँ दी क्योंकि आज जो बजट पेश हुआ है वह विकसित भारत बनने की गति को और तेज करेगा। इस बजट में रोजगार के करोड़ों अवसर बढाने के बड़े रोडमैप है। माननीय प्रधानमंत्री जी की पाँच प्रमुख योजनाओं के अंतर्गत 4.1 करोड युवकों को रोजगार, कौशल विकास आदि के अवसर दिये जायेंगे। किसानों को उन्नत बीज से अपनी उत्पादकता बढ़ाने के लिए सरकारी सहयोग एवं सहुलियत दोनों का प्रावधान किया गया है। 3 करोड़ नये प्रधानमंत्री आवास योजना की व्यवस्था के साथ ही मुद्रा योजना की ऋण सीमा को 10 लाख रू. से बढ़ाकर 20 लाख रु. किया गया है। जहाँ एक ओर भारत में और पूँजी निवेश हो इसके लिए घोषणाएँ की गई है, वहीं इनकम टैक्स की दरों में सरलता से मध्यम वर्ग को राहत और सहुलियत दी गई है। मछुआरों के लिए रोजगार के नये अवसर बढ़े इसके हेतु मत्स्य उद्योग को बढ़ावा दिया गया है। इस बजट के केन्द्र में नारी-शक्ति कल्याण और नारी सशक्तिकरण दोनों की विशेष चिन्ता की गई है। कैंसर समेत कई जीवनदायी दवाओं पर ड्यूटी कम कर सरकार ने गरीबों और रोगियों दोनों की चिन्ता की है।
बिहार समेत पूर्वी राज्यों की विशेष चिन्ता- इस बजट का एक बहुत उल्लेखनीय पक्ष है कि पहली बार पूर्वोदय योजना के अंतर्गत देश के बिहार सहित सभी पूर्वी राज्यों में मानव संसाधन, इंफ्रास्ट्रक्चर और आर्थिक विकास के नये अवसर को बढ़ावा देने का प्रावधान है। अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडर के अंतर्गत गया में इंडस्ट्रियल सेंटर के विकास में सहायता प्रदान की जाएगी, 26,000 करोड़ की लागत से 1. पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे 2. बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे 3. बोधगया, राजगीर, वैशाली और दरभंगा सड़क संपर्क परियोगनाओं के विकास और 4. बक्सर में गंगा नदी पर दो-लेन वाला एक अतिरिक्त पुल बनाने में सहायता दी जाएगी। पिरपैंती में 21 हजार 4 सौ करोड़ रुपिया की लागत से 2400 मेगावाट का सोलर प्लांट का प्रावधान आदि महत्वपूर्ण है। नेपाल से आने वाली नदियों से आई बाढ़ से बिहार हमेशा पीड़ित रहता है इस हेतु बराज, सिंचाई योजना आदि के लिए 11 हजार 500 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया। बाढ़ से बचाव देश तथा प्रदेश के लिए जरूरी है।
काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडर की तर्ज पर गया के विष्णुपद मंदिर और बोधगया के महाबोधी मंदिर के विकास से दुनियाभर से श्रद्वालु सहित पर्यटक अधिक संख्या में आयेंगे। राजगीर और नालंदा के विकास से भी भारत के इन दोनों सांस्कृतिक पावन धरोहर को दुनिया के नक्शे पर और आगे बढाने में सफलता मिलेगी।
इन हजारों करोड़ की योजनाओं से बिहार का कायाकल्प होगा और यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के उस संकल्प का भी परिचायक है कि वे बिहार के विकास की पूरी चिंता करते है। उनका पुनः अभिनंदन।