पटना :- निगरानी विभाग भ्रष्ट पदाधिकारियों समेत अन्य लोगों पर नजर बनाए रखती है जैसे ही निगरानी विभाग को किसी तरह की सूचना मिलती है तो तुरंत विशेष निगरानी विभाग सभी साक्ष्य को एकत्रित करते हुए छापेमारी करता है । इसी कड़ी में विशेष निगरानी इकाई पटना ने 20 हजार रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
यह कारवाई विशेष निगरानी विभाग ने डीसीएलआर महाराजगंज एवं उसके लिपिक संतोष को रिश्वत लेने के जुर्म में गिरफ्तार किया है।
इस मामले में विशेष निगरानी इकाई के अपर पुलिस महानिदेशक नैयर हसनैन खान बताते हैं कि डीएसएलआर ने परिवादी से डेढ़ लाख रुपए की मांग की थी और पैसा न मिलने पर जिस जमीन को अंचलाधिकारी ने उसके नाम पर कर दिया था उसका मालिकाना हक विरोधी पार्टी किसी को दे देने की धमकी दी थी।SVU ने इस संबंध में कांड संख्या 3/24 धारा 7 PC Act के तहत मामला दर्ज किया गया है दोनों अभियुक्त को आज न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर दिया जाएगा।
रिश्वत लेते हुए पकड़े गए राम रंजन सिंह डीसीएलआर महाराजगंज एवं उसके लिपिक संतोष कुमार है।
इन दोनो की मिली भगत के कारण ही परिवारवादी से रुपए की मांग की गई थी जहां परिवारवादी ने ₹20,000 /रिश्वत दिया था वहीं निगरानी विभाग ने रिश्वत लेते हुए दोनो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है ।