पटना सिटी:- रामेश्वरदास पन्नालाल महिला कॉलेज में छात्राओं से हर मद में पैसा वसूली व छात्राओं के आर्थिक शोषण के खिलाफ आज दिनांक 22 जुलाई 2024 को कॉलेज गेट के समक्ष ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के नेतृत्व में सत्याग्रह किया गया।
सत्याग्रह में छात्राओं के लोकतांत्रिक अधिकार देने, छात्राओं पर दमन बंद करने, छात्राओं से अवैध वसूली पर रोक लगाने और राज्य सरकार के संकल्प संख्या 1457 के आदेश का अनुपालन करने की मांग की गई। सत्याग्रह को प्रारंभ करने के पूर्व कॉलेज गेट के बगल में सत्याग्रह करने को लेकर कॉलेज प्रशासन व उनके गार्ड से तीखी नोंक झोंक हुई तब भी छात्र नेताओं ने दरी बिछाकर रोड के बगल में सत्याग्रह पर बैठ गये। जिसकी अध्यक्षता रितिका कुमारी ने किया।
सत्याग्रह में विशेष तौर पर उपस्थित एआईएसएफ के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत कुमार ने कहा कि कॉलेज से लगातार शिकायत मिल रही थी कि छात्राओं से हर सेमेस्टर में विविध मद में हजारों रुपये जबरन वसूले जाते हैं और जब छात्राएं विरोध करती हैं उनको तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता है। अभी जब उन्होंने शिक्षा के विषय पर एक सेमिनार करने के लिए जगह मांगा तो जगह भी नहीं दिया गया, इस लिए इन्हीं कारणों से कॉलेज गेट पर सत्याग्रह करना पड़ गया। सत्याग्रह का समर्थन करने के लिए अनेक सामाजिक कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधि भी पहुंचे। उनमें प्रमुख रहे वार्ड नंबर 60 के पार्षद प्रतिनिधि व पूर्व पार्षद बलराम चौधरी, वार्ड नंबर 63 के पार्षद मोहम्मद फिरोज, वार्ड नंबर 62 की पार्षद प्रतिनिधि रोशन मेहता, राजद के महासचिव मुन्ना जायसवाल, सीपीआई के जिला कार्यकारिणी सदस्य व जन संघर्ष मोर्चा के नेता देवव्रत्न प्रसाद, सीपीआई के अंचल सचिव शंभू शरण प्रसाद, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता रघु यादव प्रमुख रहे। इन सभी जनप्रतिनिधियों ने छात्राओं की मांगों को जायज बताया और कॉलेज प्रशासन से राज्य सरकार के आदेश का अनुपालन करने की बात कही।
सत्याग्रह की खबर सुन प्राचार्य प्रोफेसर पूनम को कॉलेज आना पड़ा और सत्याग्रहियों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया गया। जिसके फल स्वरुप छात्र नेताओं के साथ जनप्रतिनिधि वार्ता में शामिल हुए। वार्ता में जनप्रतिनिधियों के अलावा एआईएसएफ के पूर्व महासचिव विश्वजीत कुमार, एलिजा कुमारी, रितिका कुमारी, अनन्या कुमारी शामिल रही। वार्ता में प्राचार्य से तीखी बहस के बाद उन्होंने प्रोस्पेक्टस के शुल्क को काम करने की बात स्वीकारी। लेकिन छात्रों का प्रतिनिधिमंडल राज्य सरकार के आदेश के अनुसार निशुल्क नामांकन की मांग करते रहे। अंत में अपने मांगों का स्मारक पत्र दे छात्रों ने कॉलेज प्रशासन को समय दे आगे की कार्रवाई की घोषणा की और इन मांगों को लेकर 25 जुलाई को विधानसभा मार्च करने का निर्णय लिया गया।
आज के सत्याग्रह में उपरोक्त नेताओं के अलावा तनु कुमारी, आरती कुमारी, राधा कुमारी, बेबी कुमारी, खुशबू कुमारी फूल कुमारी, मोनी मेहता, सोनम कुमारी आदि दर्जनों छात्राओं ने हिस्सा लिया।