राजद का कार्यकाल लूट, फिरौती के लिए अपहरण, हत्या और नरसंहारों के लिए रहा है कुख्यात-कुशवाहा

arun raj
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पटना:- जदयू के प्रवक्ता धीरज सिंह कुशवाहा ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि उनका काम सिर्फ लड़ाना और गाल बजाना है जबकि हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विश्वास काम करने में है l अभी ईद के शुभ अवसर पर उन्होंने आधुनिकतम तकनीक से सुसज्जित तारा मंडल की सौगात दी है ।

मुख्यमंत्री ने अपने 15 सालों के कार्यकाल में राज्य में 38 इंजीनियरिंग कॉलेज और 31 पॉलिटेक्निक संस्थानों के साथ ही बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी की स्थापना की है l गया, बोधगया, राजगीर तथा नवादा में गंगा मईया के जल को पेयजल के रूप में उपलब्ध कराया। वहीं दूसरी ओर राजद के 15 वर्षों के कार्यकाल में बिहार को लूट, फिरौती के लिए अपहरण, हत्या और नरसंहारों की सौगात मिलती रही।

 
धीरज कुशवाहा ने आगे कहा कि आज प्रदेश के सभी राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलिटेक्निक संस्थान के कैंपस में शिक्षक, छात्र और कर्मियों के लिए आवासीय सुविधा की व्यवस्था की जा रही है ताकि सुविधाजनक रूप से पठन-पाठन हो सकेl जबकि आजादी के बाद से 2005 तक मात्र तीन इंजीनियरिंग कॉलेज और 13 सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज ही थेl मुख्यमंत्री जी ने ईद के अवसर पर तारों की दुनिया को नजदीक से देखने और उसे एहसास करने के लिए नवनिर्मित तारामंडल ऑडिटोरियम की सौगात दी, जहां जर्मन थ्री-डी स्क्रीन और अमेरिकन प्रोजेक्टर के माध्यम से सौरमंडल पर आधारित डिजिटल फिल्मों का आनंद भी लिया जा सकेगाl

जदयू प्रवक्ता धीरज कुशवाहा ने कहा कि राजद के कार्यकाल में जो नवादा जिला नरसंहारों के लिए जाना जाता था वहाँ नीतीश जी के कार्यकाल में न सिर्फ अभियंत्रण महाविद्यालय, महिला आईटीआई, पॉलिटेक्निक संचालित हो रहे बल्कि जीएनएम, एएनएम एवं पारा मेडिकल प्रशिक्षण संस्थान सह-छात्रावास का निर्माण हो रहा है। वर्ष 2006 के पूर्व वहां की 187 पंचायतों में से मात्र 66 में माध्यमिक विद्यालय थे, आज सभी में माध्यमिक विद्यालय हैं।

रजौली में अनुमंडल अस्पताल, निबंधन कार्यालय विद्युत कार्य प्रमंडल, ग्रामीण कार्य प्रमंडल, खनवा में पावर ग्रिड तथा वारिसलीगंज में विद्युत केंद्र बनाए गए।

रजौली- बख्तियारपुर 4- लेन के साथ ही जिले में कई पथों एवं पुलों का निर्माण किया गया है।राजद के बयानवीर नेता अपने कृत्यों पर ध्यान देंगे तो कुछ भी बोलने के पूर्व सौ बार सोचने को मजबूर होंगे।

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