पटना :- बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि भाजपा के विचारों के साथ खड़े होकर जनता दल यू के नेता जिस तरह की बातें कर रहे हैं, उससे वह मुस्लिम समाज के प्रति क्या सोच रखते हैं और किस तरह से उनके साथ छल किए हैं, उससे अपने आप को बचा नहीं सकते हैं। वक्फ संशोधन विधेयक पर लोकसभा और राज्यसभा में भाजपा से ज्यादा वक्फ बिल की हिमायत में बात करने वाले जनता दल यू के नेता अपनी झेंप मिटाने के लिए तरह-तरह कुप्रचार और भ्रम फैलाने वाली बातें कर रहे हैं, उससे वह बच नहीं सकते हैं। ऐसे भ्रमित करने वाले बातों से जनता दल यू के नेता अपने पार्टी को ही एक्सपोज कर रहे हैं । और जिस तरह से लोकसभा और राज्यसभा में भाषण हुआ उसे ऐसा लगा कि जनता दल यू भाजपा के विचारों में स्वयं को समाहित कर चुकी है।
एजाज ने आगे बताया कि जनता दल यू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा जी को मैं बताना चाहता हूं कि लालू प्रसाद जी ने कभी भी भाजपा या साम्प्रदायिक शक्तियों से सत्ता के लिए समझौता नहीं किया और तेजस्वी जी ने नफरत के खिलाफ नौकरी और रोजगार को आयाम देकर देश के राजनीति को एक नई दिशा दी।
इन्होंने ने लालू जी और श्रीमती राबड़ी देवी जी के कार्यकाल को गिनाते हुए कहा कि देश में सबसे पहले अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय का गठन किया। जिससे अल्पसंख्यकों के विकास के लिए अनेकों कार्य हुए । राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकाल में अल्पसंख्यक आयोग को कानूनी मान्यता दी गई ,और उसके रिपोर्ट को विधानमंडल के दोनों पटल पर रखवा कर इसपर चर्चा भी होती थी । लालू जी ने विधान सभा का अध्यक्ष मुस्लिम समाज से आने वाले गुलाम सरवर को बनाया ।
और विधान परिषद का सभापति प्रो0 जाबीर हुसेन को बनाया। विधान मंडल के दोनों सदनों की प्रोसिडिंग और रिपोर्टिंग उर्दू लिपि में लिखने की अनुमति प्रदान की ।और इसके रिपोर्ट तैयार करने के लिए अलग से उर्दू जानने वाले कर्मचारियों की दोनों सदनों में बहाली करवाई। लालू जी ने 12,500 उर्दू टीचरो की बहाली की। उर्दू को बढ़ावा देने के लिए रोजगार से जोड़ने का कार्य किया।उर्दू अकादमी के ग्रांट को बढ़ाने का काम किया। बीपीएससी की परीक्षा में उर्दू लिपि (स्क्रिप्ट) के माध्यम से परीक्षा की अनुमति प्रदान की, जिससे मुस्लिम समाज के बड़ी संख्या में एस.डी.ओ, डी.एस.पी, सी.ओ और बी.डी.ओ बनें। लालू-राबड़ी देवी जी के कार्यकाल में हज भवन निर्माण का कार्य भवन निर्माण मंत्री मो0 तस्लीमुद्दीन साहब के माध्यम से कराया गया। और इसका संगे बुनियाद (शिलान्यास) श्रीमती राबड़ी देवी जी के द्वारा मुख्यमंत्री के रहते हुए किया गया ।और 2004 में हज भवन बनकर तैयार हो गया जहां से पहली बार हाजियो को हर तरह की सुविधा प्रदान कर उनके ठहरने के साथ-साथ अन्य तरह की सुविधाएं प्रदान की गई और पटना एयरपोर्ट से हाजियो के लिए उड़ान की सुविधा प्रदान की गई। राष्ट्रीय जनता दल के द्वारा विधान सभा में श्री अब्दुलबारी सिद्दिकी को नेता प्रतिपक्ष और विधान परिषद में गुलाम गौस को नेता प्रतिपक्ष बनाया। राष्ट्रीय जनता दल ने दो-दो बार मुसलमान को प्रदेश अध्यक्ष बनाया।
राष्ट्रीय जनता दल के द्वारा विधान सभा में मुख्य सचेतक अख्तरूल इस्लाम शाहीन और विधान परिषद में मुख्य सचेतक अब्दुलबारी सिद्दिकी को बनाया। और साथ ही साथ पार्टी के संगठन में राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुलबारी सिद्दिकी हैं।
राष्ट्रीय जनता दल हमेशा अल्पसंख्यक समाज के हितों और उनके इलाकों की तरक्की के लिए स 15 सूत्री कार्यक्रम के माध्यम से विकास कार्यों से अल्पसंख्यक समाज को जोड़ा। उर्दू को फरोग के लिए उर्दू ट्रांसलेटर और टाइपिस्ट की बहाली की।
एजाज ने आगे कहा कि खुद को सेक्युलर और मुसलमानों का हमदर्द बताने वाले किस कैरेक्टर के हैं ,उसका पोल खुल गया है। भाजपा के विचारों पर चलने वाले नीतीश कुमार जिस तरह से वक्फ संशोधन विधेयक पर चुप्पी साध लिये हैं ये स्पष्ट करता है कि वो अपने सत्ता और स्वार्थ के लिए किसी हद तक जा सकते हैं और जनता दल पूरी तरह से भाजपा के विचारों में समाहित हो चुकी है। जबकि राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद जी ने सत्ता का परवाह किये बिना कमंडल रथ लेकर निकलने वाले लाल कृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करवाकर देश की गंगा -जमुनी संस्कृति को मजबूती प्रदान की और भाजपा के साम्प्रदायिक और नफरतवादी राजनीति को कमजोर किया।
आज जिस तरह से भाजपा के साथ खड़े रहने वाले जनता दल यू के नेता अपने विचारों को तिलांजलि देकर झूठ परोस रहे हैं उन्हें यह बताना चाहिए कि वक्फ संशोधन विधेयक से मुसलमानों और मुस्लिम महिलाओं को कौन से पांच फायदे होंगे, इसे स्पष्ट करें।
साथ ही जनता दल यु नेताओं को यह भी बताना चाहिए कि सच्चर कमिटी की जब वो बात करते हैं, तूने अभी बताना चाहिए कि आखिर क्या कारण है कि अल्पसंख्यक समाज के छात्रों के लिए जो यूपीए टू की सरकार ने वजीफा स्कॉलरशिप योजना प्री मैट्रीक और पोस्ट मैट्रीक की शुरू की थी उसे एनडीए सरकार ने बंद कर दिया। और पीएचडी करने वाले मुस्लिम समाज के बच्चों को जो मौलाना आजाद फेलोशिप मिल रहा था उसे क्यों बंद किया गया। साथ ही ये भी बताना चाहिए कि अल्पसंख्यक समाज की स्थिति दलितों से भी बदत्तर बताने वाले सच्चर कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर कौन सी योजना 2014 से 2025 के दौरान एनडीए सरकार ने शुरू की है ये बात बतायें? जहां प्रधानमंत्री कपड़ा देखकर मुसलमानों के लिए अमर्यादित भाषा इस्तेमाल करते हैं, वहां पर जनता दल यू के नेता पूछने की हिम्मत क्यों नहीं करते हैं कि आखिर दोहरी नीति पर भाजपा और जनता दल के नेता क्यों चल रहे हैं। जब इनकी नजर में वक्फ संशोधन विधेयक मुसलमानों के हित में है, तो यह उसके फायदे क्यों नहीं गिना रहे हैं, देश के संवैधानिक व्यवस्था के आर्टिकल 26 का उल्लंघन करके वक्फ संशोधन विधेयक को कानूनी शक्ल दिया गया है, किसी भी दृष्टिकोण से मुसलमान के लिए उचित नहीं है और इससे कहीं ना कहीं बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के संवैधानिक व्यवस्था को कमजोर करने का प्रयास लगता है।
वक्फ संशोधन विधेयक पर भाजपा और जदयू के नेता से राजद नेता मांग रहे है फायदे का हिसाब
