पटना:- चुनावी मौसम में कांग्रेस के केन्द्रीय नेता बिहार आकर प्रदेश पार्टी मुख्यालय में प्रेस को संबोधित कर दिल्ली वापस चले जाते हैं। कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व और केन्द्रीय प्रभारी जनता के बीच उनका कार्यक्रम क्यों नहीं रखती है? उन्हें मतदाताओं के बीच ले जाकर उन्हें अपनी बात कहने का अवसर क्यों नहीं देती है ?
मालूम हो कि पिछले दिनों कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खरगे जी बिहार आये थे। उन्होंने इंडिया गठबंधन के प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उसके बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद व मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह जी भी पटना आए।
सलमान खुर्शीद साहब तख्त श्री हरिमंदिर गुरूद्वारा तथा कुछ दरगाहों व मजारों पर जाकर मथ्था टेका और पार्टी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर चले गये। यही प्रक्रिया श्री दिग्विजय सिंह जी ने दोहराई। वह भी मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर दिल्ली वापस चले गये।
इन दोनों नेताओं की कोई जनसभा पटना साहिब संसदीय में पड़ने वाले छ: विधानसभा क्षेत्रों के किसी भी विधानसभा क्षेत्र में प्रदेश कांग्रेस आयोजित करती तो पार्टी की जनता में पैठ बनती और संगठन को मजबूती मिलती।
पटना महानगर जिला कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता राकेश कपूर ने एक बयान जारी करते हुए बिहार के कांग्रेसी नेतृत्व से इस बाबत सवाल पूछा है। उन्होंने चुनाव के दौरान प्रदेश के कांग्रेसी नेतृत्व की शिथिलता पर भी सवाल उठाया है।