पटना:- पटना जिला सुधार समिति के महासचिव राकेश कपूर ने बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर को मंगल तालाब पटना सिटी स्थित मातृ शिशु कल्याण केन्द्र को पुनर्जीवित करने के संबंध में पत्र लिखा है।
महामहिम को लिखे अपने पत्र में श्री कपूर ने उन्हें पटना सिटी में उनके आगमन और जन संबोधन की याद दिलाते हुए कहा कि आमजन के प्रति उनकी करुणा और उनके हितों की चिंता अनुकरणीय है। पटना जिला सुधार समिति उनका अभिनंदन और स्वागत करती है।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि गांधी सरोवर मंगल तालाब स्थित मातृ शिशु कल्याण केन्द्र पटना सिटी का पहला सरकारी जननी केन्द्र है इससे बहुतों की यादें जुड़ी हैं। शहर के कई गणमान्य व्यक्तियों का अवतरण इसी सेंटर में हुआ है।
उन्होंने महामहिम को बताया कि मातृ शिशु कल्याण केन्द्र, पटना सिटी की घनी आबादी के बीच काफी समय से स्थित है। इसमें महिला डाक्टर के साथ नर्स व दाई की भी व्यवस्था थी। कालान्तर में यह व्यवस्था खत्म कर दी गई । केंद्र को पुनर्जीवित करने की जगह इसे रेडक्रास संस्था से जोड़कर क्षेत्र की जनता को मिलने वाले लाभ से वंचित कर दिया गया।
क्षेत्र की जनता के लिए इस लाभकारी अस्पताल को बन्द कर रेडक्रास के रक्त बैंक स्थापित करने से इस घनी आबादी वाले क्षेत्र को क्या लाभ मिलेगा यह विचारणीय है। अच्छा तो यह होता कि मातृ शिशु कल्याण केन्द्र अस्पताल को पुनर्जीवित कर महिला डाक्टर के साथ दाई व अन्य नियुक्त कर्मचारियों की सेवा पुन: बहाल की जाय क्योंकि कालांतर में यही व्यवस्था थी जिसे बन्द कर दिया गया।साथ ही इसी केन्द्र के परिसर में रेडक्रास के ब्लड बैंक की भी स्थापना की जाती।
श्री कपूर के मुताबिक समाचार पत्रों से ज्ञात हुआ कि अब राज्यसभा सदस्य श्री सुशील मोदी के सांसद निधि से रेडक्रास का रक्त बैंक बनेगा। प्रश्न यह उठता है कि मातृ शिशु कल्याण केन्द्र अस्पताल को पुनर्जीवित नहीं कर इसे रेडक्रास से जोड़ने की जरूरत क्यों पड़ी? क्या महामहिम के पास विकास निधि नहीं थी या फिर इसे पुनर्जीवित करने में असमर्थ थे?
सुधार समिति के महासचिव राकेश कपूर ने राज्यपाल को संबोधित पत्र में कहा कि दोनो संस्थान के संरक्षक आप स्वयं है अत: इस आवेदन पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए योजना पर पुनर्विचार कर जनहित में कदम उठाने की कृपा कर क्षेत्र की जनता के साथ-साथ समिति को अनुगृहीत करने कृपा करें।पत्र की प्रतिलिपि राष्ट्रपति महोदया को भी भेजी है।