पटना:- बिहार जनता दल (यू0) के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दो चरणों के चुनाव में जनता द्वारा नकार दिए जाने के बाद विपक्ष पूरी तरह से बौखलाया हुआ है। सारे दांव धराशायी होने के बाद विपक्षी दल अब आरक्षण को ढाल बनाकर जनता को गुमराह करना चाहता है। इससे पता चलता है कि विपक्ष की राजनीति पूरे तौर पर झूठ और दुष्प्रचार की बुनियाद पर टिका हुआ है।
श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि 15 सालों तक बिहार में लालू-राबड़ी की सरकार थी लेकिन अतिपिछड़ो के प्रति उनकी घृणित मानसिकता के कारण पंचायती राज एवं नगर निकाय संस्था में अतिपिछड़ा समाज द्वारा आरक्षण की मांग को लगातार अनसुना और नजरंदाज किया गया। वर्ष 2005 के अंत में जब माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को बिहार का बागडोर मिला तो उन्होंने सबसे पहले राज्य अतिपिछड़ा आयोग का गठन के साथ-साथ अतिपिछड़ा समाज के लिए आरक्षण की भी व्यवस्था की।
प्रदेश अध्यक्ष ने पूछा कि आज तेजस्वी यादव आरक्षण के पक्ष में लंबे-लंबे भाषण देते हैं लेकिन उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिये कि आखिर किन कारणों से 1990 से 2005 तक बिहार के अतिपिछड़ा समाज को आरक्षण की सुविधा से वंचित रखा गया था? प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि राजद और कांग्रेस सिर्फ वोट बटोरने के लिए आरक्षण के हिमायती होने का ढोंग करती है। जबकि इन दोनों पार्टियों ने सिर्फ अपने परिवार को राजनीति में आरक्षण देने का काम किया।