पटना सिटी : समाज की सच्ची सेवा करने वाली ख्याति प्राप्त शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मीनाक्षी रोहतगी के निधन से रोहतगी समाज और पटना सिटी के कई समाजसेवियों ने गहरा दुःख व्यक्त किया. डॉ मीनाक्षी रोहतगी ने पटना मेडिकल कॉलेज से मेडिकल की पढ़ाई की और विदेश जाकर उन्होंने शिशु रोग सम्बंधित शिक्षा ग्रहण की और एक सफल शिशु रोग विशेषज्ञ बनी. पटना आकर पुनः उन्होंने कुर्जी होली फैमिली अस्पताल में कार्य किया और पटना ही नहीं अपितु देश-विदेश में अपना कीर्तिमान स्थापित किया.
डॉ. मीनाक्षी रोहतगी का विवाह 1972 में पटना के बड़े उद्योगपति चंद्र कृष्ण रोहतगी जो प्रदीप लैंप के मालिक से दाम्पत्य जीवन की शुरुआत की. विवाह के बाद भी वह अपनी नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं मोहल्ले एवं आसपास के बच्चों को देती रहीं तथा उन्होंने एक अपना छोटा सा क्लीनिक भी लल्लू बाबू का कुँचा स्थित बड़े कमरे में स्थापित किया. जहाँ वें निरंतर सेवा देती रहीं. विगत कोरोना काल में उनके पति चंद्र कृष्ण रोहतगी उर्फ़ चंदा बाबू के निधन के बाद उनकी भी स्वास्थ्य बिगड़ती चली गयी और 84 वर्ष की उम्र में 13 मार्च 2023 सोमवार को अंतिम सांस ली. उनके पार्थिव शरीर को मुखाग्नि उनके सुपुत्र हर्ष कृष्ण रोहतगी ने दिया.
वहीं पटना रोहतगी सभा के अध्यक्ष कुलदीप रोहतगी, सचिव स्वप्निल रोहतगी एवं रोहतगी पटना महिला मंडल की अध्यक्षा शिल्पी रोहतगी व सचिव नताशा रोहतगी समेत अन्य पदाधिकारियो ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए शोक व्यक्त किया. वहीं कुलदीप रोहतगी ने कहा कि उनका इस तरह हमें छोड़ कर चले जाना यह हमारे समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है. वहीं शिल्पी रोहतगी ने उनके समाजसेवी कार्यों की सराहना करते हुए उनके बताए मार्गदर्शन पर चलने का प्रण लिया. वहीं डॉ. अर्चना रोहतगी, डॉ. रेणु रोहतगी, डॉ. सरिता रोहतगी, पल्लवी रोहतगी, मंजू रानी, विनय मिश्रा, डॉ. विनोद अवस्थी समेत अन्य समाजसेवियों ने गहरा दुःख प्रकट किया.