पटना:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को जेपी का सच्चा अनुयायी बताते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री राजीव रंजन ने आज कहा है कि जेपी के नाम पर अपनी राजनीति कई नेताओं ने चमकायी है लेकिन उनके दिखाए मार्ग पर चलने वालों में श्री नीतीश कुमार जी ही सबसे अग्रणी नेता हैं। जिस प्रकार जेपी ने कांग्रेस के कुशासन व भ्रष्टाचार के प्रति संपूर्ण क्रांति का शंखनाद किया था उसी तरह श्री नीतीश कुमार जी ने भी राजद-कांग्रेस के जंगलराज के खिलाफ बिगुल फूंक उसका खात्मा कर दिया। वास्तव में अपने नीतीश ने अपने कामों से बार-बार यह साबित किया है कि जेपी की ही तरह वह जो कहते हैं उसे हर हाल में पूरा करते हैं।
उन्होंने कहा कि अभी तक के कार्यकाल में श्री नीतीश कुमार जी ने कई ऐसे काम किये हैं जिन्हें करने की हिम्मत राजद-कांग्रेस कभी नहीं दिखा सके। जिस प्रकार जेपी शोषितों, वंचितों, युवाओं, बेरोजगारों के हक के लिए आवाज उठाते थे, उसी राह पर चलते हुए श्री नीतीश कुमार जी अतिपिछड़े समाज और महिलाओं के अधिकार के लिए आवाज उठाने वाले पहले मुख्यमंत्री बने। उन्होंने ही अतिपिछड़ा समाज के लोगों को बदहाली से निकालने के लिए उनके आरक्षण को बढ़ाकर 18 प्रतिशत किया और बाद में जातिगत गणना के बाद इसे बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर दिया। अतिपिछड़ा समाज की नेतृत्व क्षमता को निखारने के लिए उन्हें नगर निकाय में 20 प्रतिशत व पंचायतों में 50 प्रतिशत आरक्षण का लाभ देने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि सीएम श्री नीतीश कुमार जी ने महिलाओं के उत्थान का वादा किया था। उसी के तहत आज बिहार में महिलाओं को शिक्षा विभाग में 50 प्रतिशत अन्य सरकारी नौकरियों तथा पोस्टिंग में 35 प्रतिशत के आरक्षण का अधिकार मिल रहा है। बालिकाओं के उत्थान के लिए नीतीश सरकार द्वारा चलाई गयी साईकिल, पोशाक तथा दी जा रही प्रोत्साहन राशि के कारण आज स्कूल कॉलेजों में लड़कियों की संख्या लड़कों के समान ही हो चुकी है। नीतीश सरकार के कारण महिलाओं को उनकी आधी आबादी के अनुरूप पंचायत और नगर निकायों के चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है। जिसके कारण आज गांव-टोलों में भी महिलाएं कामयाबी के झंडे गाड़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के कारण ही बिहार के हर गांव में सड़क, बिजली, पानी जैसी सुविधाएं पहुंच चुकी हैं। राज्य में निवेश और रोजगार के मौकों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। लाखों युवाओं को सरकारी नौकरी का लाभ मिल रहा है वहीं जीविका के माध्यम से ग्रामीण महिलाएं तक आत्मनिर्भर बन चुकी है। चाहे बात शराबबंदी की हो या बाल विवाह रोकने की, उन्होंने हर बार तमाम कठिनाई आने के बाद भी जनता से किये अपने हर वादे को पूरा किया है। उन्होंने बार-बार यह साबित किया है कि गरीबों और अतिपिछड़ों के हित में काम करने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता है। हकीकत में विपक्ष को मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी से सीखना चाहिए कि अपने कहे पर खरा कैसे उतरा जाता है।