मुजफ्फरपुर:-मुजफ्फरपुर कोर्ट के न्यायधीश और वकील उस समय ताली बजाने लगे जब एक वकील के संघर्ष पर बनी फिल्म अधिवक्ता परिसर में चलने लगी। दरअसल एक वकील के संघर्ष पर बनी फिल्म का आज लांचिंग हुआ है यह लांचिंग मंत्रोच्चार के साथ किया गया लांचिंग के बाद लघु फिल्म अधिवक्ता परिसर में चलने लगी जिसे न्यायधीश और वकील ने देखकर काफी सराहना किया।
यह फिल्म अधिवक्ता डॉ0 एस के झा बनी फिल्म है झा जी मानवाधिकार मामले में कार्य कर मिसाल कायम किया है। इनके द्वारा
चर्चित सुनीता किडनी कांड,आंख फोड़वा कांड समेत दर्जनों मामले में गरीबों को न्याय दिलवा चुके है ।साथ ही कई विदेशी नागरिक को भी मानवीय मूल्यों के आधार पर न्याय दिलवाने में सफल रहे है।
अधिवक्ता डाo एसके झा पर बनी फिल्म और उनके संघर्षों को गाने के रूप में एल्बम बना है जिसमे की अब तक के लिए गए गरीब असहाय कमजोर और सिस्टम की लापरवाही के कारण परेशान लोगों को न्याय दिलाने में सफल रहे हैं और बहुत सारे लड़ाई को लड़ रहे हैं।
मुजफ्फरपुर के चर्चित अधिवक्ता डा0 एस के झा पर बनी फिल्म का आज *एक वकील की संघर्ष गाथा* की लॉन्चिंग मानवाधिकार आयोग निबंधक के न्यायधीश शैलेंद्र कुमार सिंह ने किया। इस मौके पर उन्होंने युवा अधिवक्ता द्वारा कई मुकदमों जैसे कई वर्षो से न्यायलय में मृत घोषित कर फरार दरोगा को खोजने और मुजफ्फरपुर के आंख कांड में पीड़ितों के हक की लड़ाई के लिए साथ ही कई अन्य मानवाधिकार आयोग में लड़ाई लड़ी ऐसे कई मुकदमों की चर्चा करते हुए बधाई दिया ।
इस दौरान में जज शैलेंद्र सिंह ने कहा यह प्रेरणा लेने वाली बात और सीख है की कोई भी युवा ऐसे अधिवक्ता के कार्य से सीख ले और प्रेरणा लेने का काम करे।
यह समाज में न्याय के संकल्प को पूरा करने के मकसद की परिपाटी को पूरा कर समाज को एक बेहतर संदेश भी देते है।