पटना:- बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा0 अनिल सुलभ ने एक प्रतिनिधि मण्डल के साथ मंगलवार की संध्या बिहार के महामहिम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से भेंट की तथा उन्हें आगामी ६-७ मई को आहूत, सम्मेलन के दो दिवसीय ४२वें महाधिवेशन के उद्घाटन हेतु आमंत्रण दिया। महामहिम ने इस हेतु अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है। प्रतिनिधि-मण्डल में डा0 सुलभ के साथ, सम्मेलन के उपाध्यक्ष और भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी डा0 उपेंद्रनाथ पाण्डेय, डा0 शंकर प्रसाद, प्रो कल्याणी कुसुम सिंह, सम्मेलन के प्रधानमंत्री डा0 शिववंश पाण्डेय तथा कुमार अनुपम सम्मिलित थे।
महामहिम से भेंट के पश्चात अपनी विज्ञप्ति में डा सुलभ ने बताया कि यह शिष्टाचार भेंट अनेक प्रकार से लाभकारी रही। महामहिम को सम्मेलन की गतिविधियों से अवगत कराया गया तथा सम्मेलन की ओर से सद्यः प्रकाशित अनेक ग्रंथ भेंट किए गए, जिनमे एक हज़ार से अधिक पृष्ठों वाला ग्रंथ ‘बिहार की साहित्यिक प्रगति’ (नूतन संस्करण), ‘बिहार की गौरव गाथा’, ‘भारत की सौ विदुषियाँ’, ‘हिन्दी के प्रणम्य पुरुष’, ‘बटोहिया के अमर गायक बाबू रघुवीर नारायण’ सम्मिलित हैं।
इस भेंट में बिहार के विश्वविद्यालयों और शिक्षा पर भी महामहिम से सार्थक चर्चा हुई। प्रतिनिधि-मण्डल ने विश्वविद्यालयों में नवीन-जागृति लाने के लिए, विशेष कर अधिषद की बैठकों की अध्यक्षता करने के लिए हर्ष व्यक्त किया और महामहिम को बधाई दी।