गोपालगंज से नमो नारायण मिश्रा:- सूबे में पूर्ण शराब बंदी है लेकिन सूबे के अधिकारी ,पदाधिकारी ही इस शराब बंदी का माखौल उड़ा रहे है तो भला शराब बंदी कैसे सफल हो पाएगा। जहांशराब तस्कर भी शराब की तस्करी करने में पीछे नहीं हटते है पुलिस प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद भी अवैध शराब तस्करी हो रही है।
वहीं कभी कोई पदाधिकारी शराब पीकर शराब बंदी कानून की धज्जियां उड़ाते है तो कभी पुलिस पदाधिकारी इस कानून को ताक पर रख कर शराब पीकर झूमते नजर आते है ।
ताजा मामला गोपालगंज जिला का है जहां उचकागांव थाने में तैनात एक अवर निरीक्षक (एसआई) को शराब पीने के आरोप में पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर आरोपी सब इंस्पेक्टर को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस मामले पर गोपालगंज एसपी स्वर्ण प्रभात ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि गुप्त सूचना मिली थी कि उचकागांव थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर अनिल सिंह शराब के नशे में है। सूचना के बाद उचकागांव थानाध्यक्ष को अविलंब जांच करने का निर्देश दिया गया।
जांच के दौरान सब इंस्पेक्टर शराब के नशे में धूत पाए गए। उन्हें तत्काल हिरासत में लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच के लिए भेज दिया गया। शराब पीने की पुष्टि होने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया,शराब पीने की पुष्टि होने पर एसपी स्वर्ण प्रभात ने आरोपी सब इंस्पेक्टर अनिल सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उचकागांव थाने में उनके खिलाफ उत्पाद अधिनियम की धारा 37(बी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई,उल्लेखनीय है कि बिहार में अप्रैल 2016 से ही पूर्ण शराबबंदी लागू है।