चिराग पासवान ने हाजीपुर और जमुई सीट पर ठोका दवा

arun raj
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जमुई से धीरज कुमार सिंह:- हाजीपुर विधानसभा सीट को लेकर एक बार फिर चाचा भतीजे में रिश्तेदार जंग की संभावना जताई जा रही है चिराग पासवान ने एक बार फिर हाजीपुर सीट पर अपना दावा ठोक दिया है चिराग ने कहा है कि वह हाजीपुर सीट से अपनी मां को चुनावी मैदान में उतरना चाहते हैं। उधर चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस ने पहले ही कह दिया है कि हाजीपुर सीट किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे।
ऐसे में चाचा भतीजे के बीच जंग छिड़ गया है जमुई जिला के सोनो में पहुंचे चिराग पासवान से जब पूछा गया कि वह जमुई और हाजीपुर दोनों सीट से वह कहां से चुनाव लड़ेंगे। इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह समय बताएगा और मैं जमुई की जनता को निराश नहीं कर सकता हूं यह मैंने हमेशा कहा है लेकिन आने वाले समय में क्या चीज है सामने आती है मैं भविष्यवक्ता तो नहीं हूं अभी उन बातों को तय नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि हाजीपुर लोकसभा सीट पर भी लोग जनशक्ति रामविलास ही लड़ेगी और जमुई भी लोक जनशक्ति रामविलास ही लड़ेगी । हम प्रयासरत है कि अगर हाजीपुर सीट पर हमारी मां लड़ती है तो हमारे लिए राह आसान होगा कि जमुई से ही हम कंटिन्यू करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर मेंरा कोई ऐसी स्थिति बनती है कि अगर मेरी मां चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं होती है तो ऐसे में लोक जनशक्ति रामविलास संसदीय बोर्ड अंतिम फैसला लेगा जो मुझे स्वीकार करना होगा।
स्थिति कोई भी हो जमुई से जो मेरा रिश्ता पिछले 9 साल में जो रहा है वह रिश्ता वैसे ही बरकरार रहेगा।
आने वाले दिनों में हम चुनाव लड़े या पार्टी से कोई और लड़े हम जिस भूमिका में थे जैसे हमने कहा था कि युवा बनकर आए थे और बुजुर्ग बनकर ही यहां से जाएंगे भले हम औपचारिक रूप से यहां का सांसद हो या नहीं हो पर जो रिश्ता यहां के लोगों से है मेरे वो रिश्ता हमेशा कायम रहेगा।
चुनाव करीब आएगा तभी अंतिम फैसला हो पाएगा कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा ग्रामीण विकास मंत्री कुमार के द्वारा पिछले दिनों दिए गए बयान पर कहा कि वह हम पर इतना ध्यान दे रहे हैं या हमारे लिए बड़ी बात है चिराग पासवान ने कहा कि जितनी योजना है बिहार सरकार की उन पर भी ध्यान दे दें।
जिस कारण योजना पर गतिरोध उत्पन्न नहीं हो ,सीट बंटवारे पर उन्होंने कहा की चर्चाएं चल रही है कोई भी बात अगर अभी करते हैं तो हम गठबंधन की मर्यादा को तोड़ते हैं कई घटक दल हैं जो एनडीए के अंदर हैं सबके साथ समझौता हो जाए फिर आप लोगों के साथ साझा करेंगे।

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