गोपालगंज से नमो नारायण मिश्रा:- बिहार में पूर्ण शराब बंदी है इसके बाबजूद बिहार सरकार के पदाधिकारी ही इस शराबबंदी का मखौल उड़ा रहे है , ताजा मामला गोपालगंज जिला का है जहां जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी को शराब की पार्टी करना महंगा पड़ गया और पुलिस ने इस पदाधिकारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है।
पकड़े गए पदाधिकारी को पुलिस ने नगर थाना के हाजत में फिलहाल बंद रखा है। वहीं इस घटना के बाद सदर अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया है। गिरफ्तार जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी का नाम अनुराग जीतन है, पुलिस ने यह पूरी कार्रवाई सदर अस्पताल स्थित कार्यालय से किया है।
इस मामले में गोपालगंज एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि डायल 112 की टीम को गुप्त सूचना मिली कि जिला स्वास्थ्य समिति में जिला मूल्यांकन व अनुश्रवण पदाधिकारी अनुराग जीतन शराब के नशे में धुत है। वे अपने सरकारी कार्यालय में शराब की पार्टी कर रहे हैं। सूचना के आधर पर डायल 112 की टीम ने मौके पर पहुंचकर मूल्यांकन अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया और जब उनका मेडिकल कराया गया तो मेडिकल जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई है। फिलहाल नगर थाना हाजत में रखा गया है। वहां से उनको न्यायालय में पेश किया जाएगा।
बहरहाल बिहार शराब बंदी के बावजूद भी अधिकारी कार्यालय में ही शराब पार्टी करते रंगे हाथ पकड़े जाते हैं, तो मद्द निषेध कानून का असर आम पब्लिक पर कैसे होगा ।