पटना/दिल्ली :- जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि जब बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने जदयू को एनडीए का हिस्सा बनाने का निर्णय लिया था, तब राजद एवं कांग्रेस समेत संपूर्ण विपक्ष ने फैैसले पर कोहराम मचा दिया था, लेकिन इस वर्ष के बजट में 58500 करोड़ रुपए के पैकेज और फिर पिछले अड़तालीस घंटों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं बिहार के करिश्माई मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा लगभग 80000 करोड़ रुपए की योजनाओं के शुभारंभ के बाद विपक्ष के ज़ुबान पर ताला लग जाना चाहिए।
श्री प्रसाद ने कहा कि पिछले 19 वर्ष आज़ादी के 77 वर्षों का सर्वश्रेष्ठ कालखंड है, इस दौर में तीव्र गति से बिहार विकास के नये आयाम गढ़ने में सफल रहा है, जिसका श्रेय नीतीश जी को ही दिया जाना चाहिए।
श्री प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस के शासन के पचपन साठ वर्षों में राज्य के साथ ने लगातार दोयम दर्जे का व्यवहार किया, बचा खुचा भविष्य राजद के 15 वर्षों के कार्यकाल में समाप्त हो गया। ख़ाली तिजोरी एवं बदहाल क़ानून तथा व्यवस्था से जूझ रहा बिहार नीतीश जी को विरासत में मिला, वहाँ से सधे कदमों, दूरगामी प्रभाव के फै़सलों एवं जनता से सीधे संवाद के आधार पर बिहार विकसित राज्य बनने की राह पर अग्रसर हुआ है।
उन्होंने कहा कि दरभंगा में बनने वाले एम्स से स्वास्थ सुविधाओं के क्षेत्र में राज्य ने मील का पत्थर हासिल किया है। वहीं आधारभूत संरचना का अभूतपूर्व विस्तार भी इस कार्यकाल में संभव हुआ। सात लाख सोलह हज़ार नौकरियाँ एवं 24 लाख रोज़गार देकर, साथ ही 2025 तक 12 लाख नौकरियों एवं 34 लाख का रोज़गार देने का संकल्प युवाओं के सशक्तिकरण में प्रभावकारी भूमिका का निर्वहन कर रहा है।
श्री प्रसाद ने कहा कि नीतीश जी की दूरदर्शिता के अच्छे परिणाम दिखने लगे है क्योंकि जीएसडीपी में लगातार वृद्धि हो रही है, वहीं प्रति व्यक्ति आय भी लगातार बेहतर हो रही है।