पटना:-शुक्रवार को जनता दल (यू0) प्रदेश कार्यालय, पटना में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सह माननीय विधानपार्षद श्री नीरज कुमार, प्रदेश प्रवक्ता श्री अरविन्द निषाद एवं प्रदेश प्रवक्ता सुश्री अनुप्रिया ने संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान प्रवक्ताओं ने कहा कि नीतीश सरकार में बिहार आने वाले घरेलू व विदेशी पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है। इससे पर्यटन स्थलों पर रोजगार के नए-नए अवसर भी सृजन हो रहे हैं और राज्य के आर्थिक विकास को भी नई गति मिली है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 से 2023 के बीच बिहार आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में 15 गुना की वृद्धि हुई है।
प्रवक्ताओं ने कहा कि राजनीति के कुछ बेचैन आत्मा शराबबंदी के विफल और कानून-व्यवस्था के चैपट होने का फर्जी दावा करते हैं, ऐसे लोगों को यह जानना चाहिए कि पर्यटन के क्षेत्र में बिहार देश के प्रमुख 10 राज्यों की सूची में शुमार है। भारत सरकार के आँकड़े यह बताते हैं कि विदेशी पर्यटक अब गोवा से अधिक बिहार आ रहे हैं। बिहार आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या जहां 4.3 फीसदी हैं वहीं गोवा की 4.2 फीसदी। उन्होंने कहा कि मीडिया द्वारा कथित रूप से तेजस्वी यादव दुबई टूर पर हैं तो उन्हें वहां के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों का भ्रमण जरूर करना चाहिए, ताकि पता चले कि भारत के कितने पर्यटक दुबई जाते हैं।
उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में कुल कार्यरत लोगों में महिलाओं की संख्या 69.28 फीसदी है, इससे महिलाओं में नए आत्मबल का संचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि महिला पर्यटकों के साथ-साथ पर्यटन के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों की अपेक्षा अधिक हुई है। साथ ही उन्होंने कहा कि वर्ष 2004-05 में तत्कालीन राज्य सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मात्र 1 करोड़ 93 लाख रुपये आवंटित किए थे, जिसमें महज 50 लाख राज्य सरकार का था। वहीं, आज बिहार का पर्यटन बजट 1,668 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है।
प्रवक्ताओं ने कहा कि गंगा का जल स्तर बढ़ने से राघोपुर विधानसभा बाढ़ के चपेट में है और वहाँ की जनता बाढ़ में तंग और तबाह लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने मतदाताओं की चिंता छोड़कर विदेश में पर्यटन का लुफ्त उठा रहे हैं। वहीं, राज्य सरकार राघोपूर विधानसभा के बाढ़ प्रवभावित क्षत्रों में जोर-शोर से राहत एवं बचाव कार्य चला रही है और बाढ़ पीड़ितों की मदद हेतु तमाम उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राघोपूर के बाढ़ प्रभावित क्षत्रों में कुल 13 सामुदायिक किचन का संचालन हो रहा है, जहां 9,787 लोगों के लिए सुबह-शाम भोजन की व्यवस्था की गई है।