पटना:- शनिवार को पार्टी प्रदेश कार्यालय, पटना में जनता दल (यू0) छात्र प्रकोष्ठ की एकदिवसीय बैठक आहुत की गई है। जिसमें छात्र प्रकोष्ठ के तमाम वरीय पदाधिकारी, सभी जिलाध्यक्ष एवं विश्वविद्यालयों अध्यक्षगण शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता जद(यू0) छात्र प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्री आनंद मोहन ने की। बैठक में मुख्य रूप से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री वशिष्ठ नारायण सिंह, मुख्यालय प्रभारी सह प्रदेश महासचिव श्री चंदन कुमार सिंह, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री वीरेंद्र सिंह दाँगी, छात्र जद(यू0) प्रकोष्ठ के प्रभारी श्री रंजीत झा, पार्टी के प्रदेश महासचिव श्री वासुदेव कुशवाहा, प्रदेश महासचिव श्री रणविजय कुमार, प्रदेश महासचिव श्री संतोष कुशवाहा, श्री राधेश्याम, जनाब नजम इकबाल, श्री धीरज कुमार, श्री सन्नी पटेल, श्री विक्रम आदित्य सिंह, जनाब नेहमतुल्लाह मौजदू रहें।
बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि छात्रों में असीम ऊर्जा और सामर्थ्य है, जिसके सदुपयोग से वे किसी भी समाज या राष्ट्र को नई दिशा दे सकते हैं। किसी भी संगठन, दल या राष्ट्र का आने वाला भविष्य नौजवान साथियों के कंधे पर टिका होता है। हमारे नेता श्री नीतीश कुमार भी लोकनायक जेपी के नेतृत्व में हुए छात्र आंदोलन के उपज थें जिन्होंने बाद में बातौर मुख्यमंत्री बिहार का कायाकल्प किया और प्रदेश के विकास को नई बुलंदियों पर पहुंचाया, आज पूरे देश-दुनिया में श्री नीतीश कुमार को विकास पुरुष के नाम से जाना जाता हैं। श्री नीतीश कुमार देश में एकमात्र ऐसे नेता हैं जो तमाम महापुरुषों के वैचारिक विरासत को आगे बढ़ाने का काम किए हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 2025 बिहार विधानसभा चुनाव के मिशन को कामयाब बनाने के लिए सूबे के हर शिक्षण संस्थानों एवं गांवों-कस्बों तक छात्र जद(यू0) की पकड़ और पहुँच बढ़ानी होगी। साथ ही छात्र जद(यू0) में समाज के हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए एवं महिलाओं की उपस्थिति को भी विशेष रूप से तवज्जो देने की आवश्यकता है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विरोधियों द्वारा फैलाए जा रहे अफवाह और दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए में पार्टी के युवाओं की सोशल मीडिया पर अपनी मजबूत उपस्थिति बेहद आवश्यक है। युवाओं की प्रत्येक बातों
का हमारे समाज पर गहरा और व्यापक असर होता है। प्रदेश अध्यक्ष ने आह्वान किया कि हम सभी को साथ मिलकर वर्ष 2025 में एनडीए की ऐतिहासिक जीत सुनिश्चित कराने का संकल्प लेना है।
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि इतिहास गवाह है, अंग्रेजों से मुक्ति के लिए जब संघर्ष चल रहा था तब उस समय नौजवान नारा लगाते थे कि ‘कदम कदम बढ़ाए जा, खुशी के गीत गाए जा, यह जिंदगी है कौम की और कौम पर लुटाए जा’ यानी अपने देश को आजाद करने के लिए कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए और किसी भी तरह की कुर्बानी के लिए भी हमें तैयार रहना चाहिए। आजादी के बाद नारा चला कि तीर पर कैसे रुकूँ मैं, आज लहरों में निमंत्रण है’ यानी देश के सामने समस्याओं का अंबार है तो हम विराम नहीं ले सकतें क्योंकि छात्र और नौजवान ही परिवर्तन के असली वाहक हैं। जब भी व्यवस्था परिवर्तन के लिए क्रांति हुई है तो अग्रिम पंक्ति में नौजवान ही खड़े रहे हैं। माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी छात्र जीवन से ही अपनी राजनीति की शुरुआत की और आज बिहार का नेतृत्व कर रहें हैं। श्री वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि श्री नीतीश कुमार ने पंचायत में महिलाओं को आरक्षण देकर आधी आबादी को सशक्त बनाया और जो महिलाएं चारदीवारी में रहती थी आज वे समाज का प्रतिनिधित्व कर रही है। पंचायतों में आरक्षण के माध्यम से महिलाओं में जागृति का भाव पैदा हुआ है। आगे उन्होंने कहा कि बंटवारे के बाद सारा खनिज संपदा झारखंड के हिस्से में चला गया था, बिहार के हिस्से सिर्फ मिट्टी और बालू आया लेकिन माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने उसी बालू और मिट्टी से बिहार को सँवारने का काम किया इसलिए उन्हें नए बिहार के शिल्पी की संज्ञा दी जाती है। विगत 19 वर्षों में सड़क, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हुए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि छात्र प्रकोष्ठ अपनी पूरी ताकत झोंक दे तो आने वाले समय में जद(यू0) का नया स्वरूप दिखाई देगा। आगामी बिहार और झाऱखंड विधानसभा चुनाव में भी छात्र जद(यू0) की भूमिका अहम होगी।
छात्र जद(यू0) प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री आनंद मोहन ने कहा कि केवल चार प्रदेश पदाधिकारियों के साथ मैंने प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेवारी संभाली थी और आज हमारी संख्या हजार से अधिक पहुँच चुकी है। माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से छात्र-छात्राओं को लाभान्वित किया है। आज देश के सभी राज्य नीतीश माॅडल को अपनाना चाहते हैं। बिहार अब जंगलराज से मुक्त होकर विकास और सुशासन का नया कर्तिमान स्थापित कर रहा है।