पटना:- विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सलाहकार व केंद्रीय प्रन्यासी पद्मश्री डॉ आर . एन .सिंह ने प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि विपक्ष नेता राहुल गांधी जी ने अपने बयान में अपनी हिन्दू विरोधी मानसिकता का परिचय दिया है । जैसे शतरंज में एक कहावत है प्यादे सो फर्जी भयो, टेडो मेंडो जाए ।
इसी तरह राहुल गांधी भी विपक्ष के नेता बनते ही टेढ़े-मेढ़े चलने लगे हैं। अपने प्रथम भाषण में ही संसद में उन्होंने कह दिया कि हिंदू हिंसक होते हैं और हिंदू संगठन उन्हें हिंसा के लिए प्रेरित करता है। हो सकता है उनके मन में राम की छवि हो, जिन्होंने रावण का वध किया उनके मन में कृष्ण की छवि हो, जिन्होंने कंस का वध किया इसके अलावा बहुत सी पौराणिक किस्से कहानीया है।
जिसमें राक्षसों और दानवों का वध किया गया है। शायद इसीलिए उनके मन में है कि हिंदू हिंसक होते हैं। यह सही भी लगता है कि राहुल जी निर्वाचन के समय में ही हिंदू बनने का अभिनय करते हैं, और वह जानते हैं कि हिंदू समाज इतना सहिष्णु है कि अगर इसे गाली भी दे तो वह कुछ भी नहीं बोलेगा । अगर उनमें हिम्मत है तो वह किसी और समुदाय के बारे में एक भी शब्द बोलकर दिखाएं। नूपुर शर्मा ने एक वाक्य क्या कह दिया उनके खिलाफ फतवा जारी हो गया। कन्हैया कुमार के सर तन से जुदा होने वाले वाक्य पर किसी अन्य धर्मगुरु ने कुछ भी नहीं बोला। राहुल जी ने संसद की गरिमा को तार तार करते हुए खुलेआम रूप से हिंदुओं को गाली दी है ।अगर वह समझते हैं कि संसद में बोलने के विशेषाधिकार के चलते कुछ भी बोल सकते हैं और उन्हें कोई कुछ भी नहीं बोलेगा तो यह उनकी भ्रांति है।
भारत हिंदुओं का देश है। और हिंदू हजारों वर्षों से संघर्ष करते हुए संस्कार और संस्कृति की रक्षा की है। राहुल जी को ज्ञात होना चाहिए कि सनातन धर्म दुनिया का सबसे पुराना धर्म है और हमें जातियों में बांटकर फुट पैदा करने के बाद भी हमारा श्मशान एक ही होता है। पर मुसलमान और ईसाइयों में अलग-अलग जातियां होती है और उनके कब्रगाह भी अलग-अलग होते हैं हमारी एकता को कमजोरी ना समझे। जिस दिन हिंदू सही तरीके से जाग जाएगा उसे दिन राहुल जी जैसे लोगों का रास्ता दिखा दिया देगा। मैं अपने हिंदू समाज से विनती करता हूं कि राहुल जी को मठ मंदिरों में पूजा करने की अनुमति न दे । उनके जैसे लोग दिखावे के लिए जनेऊ तो पहनते हैं पर यह हिंदुओं के लिए एक श्राप है।
इस प्रेस वार्ता में विश्व हिंदू परिषद के प्रांत सहमंत्री संतोष सिसोदिया और प्रांत के संगठन मंत्री चितरंजन कुमार उपस्थित थे।