पटना :- उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी द्वारा दस लाख नौकरी देने की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि सम्राट चौधरी को नई घोषणा करने के पहले उनके नेताओं द्वारा पूर्व में घोषित नौकरी देने के वादे का हिसाब देना चाहिए।
राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि 2014 में आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था। उस हिसाब से अबतक दस करोड़ नौजवानों को नौकरी मिलनी चाहिए थी। इसी प्रकार 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के समय भी केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पटना आकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार में एनडीए की सरकार बनने पर उन्नीस लाख नौकरियां देने का वादा किया था। बिहार में एनडीए की सरकार भी बन गई पर एक भी नौकरी नहीं दी गई।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि सत्रह वर्षों से बिहार में एनडीए की सरकार है पर पिछले सत्रह महिने जब तेजस्वी यादव जी उपमुख्यमंत्री बने उसके बाद पहली बार बिहार के नौजवानों को यह महसूस हुआ कि नौकरी कैसे दी जाती है। सत्रह महिने में पांच लाख लोगों को नौकरी मिली और लगभग इतनी हीं पदों पर बहाली की प्रक्रिया अन्तिम चरण में है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार हीं नहीं पुरा देश जानता है कि जब तेजस्वी जी दस लाख नौकरी देने की बात करते थे तो जदयू और भाजपा के नेता उनका मजाक उड़ाया करते थे और कहते थे कि पैसा कहां से लाएगा। पिछले सत्रह वर्षों से बिहार की और दस वर्षों से केन्द्र की एनडीए सरकार देश और प्रदेश के नौजवानों को ठगते रहे हैं अब वे उनके झांसे और जुमलों के चक्कर में नहीं पड़ने वाले हैं।