ना कानून का राज, ना किसी का डर, लालू राज की याद कर आज भी सिहर उठती है जनता: जद(यू)

arun raj
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   पटना:-  ‘100 बार सतुअन, भतार के आगे दतवन’। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कुछ इसी मुहावरे का प्रयोग कर जद(यू) प्रदेश प्रवक्ता श्री निहोरा प्रसाद यादव और प्रदेश प्रवक्ता श्री हिमराज राम ने साल 1990 से लेकर साल 2005 तक के लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल पर निशाना साधा। पार्टी प्रवक्ताओं ने उस दौर के आरजेडी शासनकाल को याद कर करते हुए कहा कि, आरजेडी के शासनकाल में बिहार में कानून का राज के नाम पर गन या फिर बंदूक का राज था। हत्या, लूट, अपहरण के चलते गांवों में रहना मुश्किल हो गया था। जहां मध्य और दक्षिण बिहार में अपने आप को लोग असुरक्षित महसूस कर रहे थे। जनता का सरकार से भरोसा उठ चुका था, अपनी सुरक्षा के लिए लोग परेशान थे, लेकिन इनके शासन में प्रशासन मौन रहता था। सरकार ना तो कमोजर वर्गों को सुरक्षा दे पाई और ना ही समाज के समृद्ध वर्ग को।

     पार्टी प्रवक्ताओं ने आरजेडी शासनकाल को याद करते हुए कहा कि गया में हुए नरसंहार के बाद जो हालात थे उसमें 13 फरवरी 1992 को खुद मुख्यमंत्री को यह कहना पड़ा था कि, अब बिहार में सीएम भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि आरजेडी के शासनकाल में आम जनता घरों से बाहर निकलने से कतराती थी। आलम यह था कि शाम 5 बजे के बाद अगर घर का कोई सदस्य लौटकर घर वापस नहीं लौटता था तो घर में कोहराम मच जाता था और लोग किसी अनहोनी की आशंका से घिर जाते थे। उस दौरान पटना की कानून व्यवस्था की हालत पर सवाल उठाते हुए कहा प्रवक्ताओं ने कहा कि उस दौरान लोग पटना जंक्शन से डाक बंगला चैराहा जाने में कतराते थे। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के शासन में आज बिहार बदल चुका है और लोग खुशहाल जीवन जी रहे हैं।
     इस दौरान पार्टी प्रवक्ताओं ने तेजस्वी यादव से उनके बिहार में राम राज्य लाने के दावे पर गंभीर सवाल पूछते हुए कहा कि आज वो अपने पिता के पदचिह्नों पर ही चल रहे हैं ऐसे में वो बिहार की जनता को बताएं कि वो किस तरह का राम राज्य बिहार में लाएंगे? उन्होंने कहा कि अगर आरजेडी के हाथों में दोबारा से सत्ता दे दी जाए तो एक बार फिर से वो परिवार बिहार को लूटने का काम करना शुरु कर देगा। उन्होंने कहा कि 2005 के बाद आज माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के शासकाल में  बिहार बदल चुका है और आज राज्य खुशहाली के रास्ते पर है। उन्होंने कहा कि आज बिहार में न्याय के साथ विकास हो रहा है और लोग सरल तरीके से जिंदगी जी रहे हैं।

     पार्टी के प्रदेश प्रवक्ताओं ने कहा कि आरजेडी के उस काले दौर में बिहार विकास के गर्त में ढकेल दिया गया। ना कोई रोजगार, ना उद्योग धंधे और ना ही नौकरी यही सच्चाई थी उस दौर के बिहार की। आरजेडी का वो शासनकाल दरअसल जातीय नरसंहार, हजारों दंगों, जेल ब्रेक की घटनाओं से ही याद किया जाता है। जहां लोगों ने अपना घर बार छोड़ कहीं और अपना आशियाना बना लिया। अगर किसी ने विरोध किया तो सरेआम उसकी हत्या हुई, अपहरण हुए और यहां तक कि उसके परिवार को भी नहीं बख्शा गया।

आरजेडी शासनकल में कानून व्यवस्था का हाल को लेकर आयोजित इस मीडिया के साथ चर्चा में पार्टी की मीडिया पैनलिस्ट श्रीमती प्रतिभा सिंह और मीडिया पैनलिस्ट श्री हुलेश मांझी भी मौजूद रहे।

                           

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