पटना:- जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता श्री राजीव रंजन ने आज इंटरनेट मीडिया के प्लेट्फ़ॉर्म के जरिये भाजपा को जम कर निशाने पर लिया है। अपने गूगल हैंडल पर उन्होंने लिखा है कि मणिपुर में महीनों से जारी अंतहीन हिंसा से अभी तक बेपरवाह बने केंद्र सरकार के नेता आज इजरायल की चिंता में दुबले हुए जा रहे हैं। इन्हें मणिपुर वासियों की चीखें सुनाई नहीं दे रही, लेकिन इजरायल के हालात को लेकर यह छाती पीट-पीट कर मातम मना रहे हैं। यह दिखाता है कि भाजपा ने मणिपुर वासियों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। वहां के जलते मकान और हो रही हत्यायें इन्हें दिखायी देना बंद हो गयी हैं।
उन्होंने लिखा कि चाहे इजरायल-फिलिस्तीन का मामला हो या किसी और मुल्क का, निर्दाेष नागरिकों पर होने वाली हिंसा का कोई समर्थन नहीं कर सकता। लेकिन इसका यह तात्पर्य नहीं है कि अपने ही देश के नागरिकों के साथ हो रही ज्यादतियों पर कोई सरकार आंखे मूँद ले। भाजपा को बताना चाहिए कि अपने घर में लगी आग को भड़कता छोड़ दूसरे के घर पानी छिड़कना कहां की समझदारी है।
एक अन्य पोस्ट में जदयू महासचिव ने लिखा है कि मणिपुर हिंसा में भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार न सिर्फ नाकारा साबित हुई है, बल्कि हिंसा भड़काने में उसकी संलिप्तता भी अब कोई ढकी-छिपी बात नहीं है। याद करें तो वहां के आधे दर्जन से अधिक भाजपा विधायक खुद इस बात को स्वीकार कर चुके हैं। इनके नाकारेपन के ही कारण मणिपुर में कई महीनों से चल रहा संघर्ष आज तक जारी हैं। यहां तक कि इसके चपेट में मेघालय, नागालैंड और आसाम के भी कई इलाके आ गये। लेकिन इजरायल के मुद्दे पर बयानबहादुर बन रही केंद्र सरकार इस मामले में कुछ करना तो दूर एक बयान तक नहीं दे रही है। यह बताता है कि मणिपुर की हिंसा कोई संयोग नहीं बल्कि भाजपा का सोचा समझा प्रयोग है।
उन्होंने लिखा कि यह सारे मामले दिखाते हैं कि भाजपा के लिए राष्ट्रवाद और देश की एकता व अखंडता की बातें सिर्फ जनता को भरमाने के हथियार हैं, हकीकत में इन मूल्यों पर इनका कौड़ी भर भी विश्वास नहीं है। अपना वोटबैंक बढ़ाने और सत्ता हासिल करने के लिए यह किसी भी हद को पार कर सकते हैं।