पटना:- शुक्रवार को जनता दल(यू0) मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री श्री अशोक चैधरी, जल संसाधन मंत्री श्री संजय झा एवं विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह ने सभी जिलों से पहुंचे आमजनों की शिकायतों को सुनकर उनके समाधान हेतु सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
इस दौरान जातीय गणना के मामलें में भाजपा के आरोपों पर बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री श्री अशोक चैधरी ने कहा कि जब भी देश में क्रांति की शुरुआत हुई है और जिन भी नेताओं ने इसकी अगुवाई की उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा है। बाल विवाह और सती प्रथा के दौरान भी यह देखा गया था। हमें इस बात का गर्व है कि श्री नीतीश कुमार के रूप में देश में एक ऐसा बेटा पैदा हुआ जिन्होंने पहली बार जातीय गणना करवाने की हिम्मत दिखाई। श्री अशोक चैधरी ने कहा कि भाजपा शुरू से ही जातीय गणना की विरोधी रही है। न्यायालय में भी जाकर भाजपा के लोगो ने व्यवधान उत्पन्न करने का भरसक प्रयास किया। उन्होंने कहा कि जिन्हें जातीय गणना के आँकड़े पर संदेह है उन्हें प्रामाणिक आधार प्रस्तुत करना चाहिए। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री अशोक चैधरी ने कहा कि कौन किसके कंधे पर बैठकर आगे बढ़ा है यह पूरा देश जानता है। श्री नीतीश कुमार के साथ आने से पहले बिहार में भाजपा की क्या हैसियत थी यह बताने की आवश्यकता नहीं है।
जल संसधान मंत्री श्री संजय कुमार झा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को अगर जाति आधारित गणना के आँकड़े पर विश्वास नहीं है तो केंद्र सरकार जनगणना के माध्यम से तमाम जातियों की गिनती करवा ले। इससे वास्तविक स्थिति स्पष्ट हो जायेगी और भाजपा का संदेह भी दूर हो जायेगा। दरभंगा एम्स मामले पर श्री संजय झा ने कहा कि दरभंगा में एम्स के निर्माण के लिए बिहार सरकार ने शोभन में 151.17 एकड़ जमीन मुफ्त में मुहैया करवाई और साथ में मिट्टी भराई के लिए भी 309 करोड़ रुपये मंजूर दी, ताकि उक्त भूमि को तैयार करने में कोई विलंब न हो लेकिन केंद्रीय टीम ने उसे अनुपयुक्त करार दे दिया। भाजपा के जितने भी नेतागण धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं वो केंद्र सरकार से शोभन के लिए एनओसी दिलवाए। तुरंत वहां दरभंगा एम्स का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
कार्यक्रम में माननीय सांसद श्री चन्देश्वर चन्द्रवंशी, विधानपार्षद श्री संजय कुमार सिंह ‘‘गांधी जी’’ एवं श्री रविंद्र प्रसाद सिंह उपस्थित थे।