गोपालगंज से नमो नारायण मिश्रा: – बाल्मीकि नगर बराज से 03 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की वजह से गोपालगंज के गंडक का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। वही गंडक के जलस्तर बढ़ने से गोपालगंज के सदर प्रखंड और मांझा प्रखंड के करीब आधा दर्जन पंचायतों के निचले इलाको में बाढ़ जैसे हालात हो गए है।
यहाँ बाढ़ के पानी से करीब एक दर्जन गांवो का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। गोपालगंज के जिन इलाको में बाढ़ जैसे हालात है उसमे सदर प्रखंड का रामनगर, मेहंदिया, मकसूदपुर, जगरीटोला और मांझा प्रखंड के गौसिया,निमुईया भैसाहि और पुरैना सहित एक दर्जन गाँव पंचायत शामिल है।इन गांवो में जाने वाला रास्ता पानी में डूब गया है।
हालांकि यहां प्रशासन ने सरकारी नाव का व्यवस्था किया है। इसी सरकारी नाव से ही लोग जिला मुख्यालय आते और जाते है। और अपने जरूरत का सामान खरीदते है।यह सबसे ज्यादा परेशानी मरीजो और पशु पालकों की है।
निमुईया गाव के कन्हैया और कविता देवी बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि उनके शिशु का तबियत खराब है।जिला मुख्यालय जाने के लिए केवल नाव का ही सहारा है।
वही गौसिया पंचायत के पूर्व मुखिया राधारमण मिश्र ने बताया कि गंडक नदी में जल स्तर बढ़ने के कारण मांझा प्रखंड के करीब 04 पंचायतों के निचले इलाके में बाढ़ का पानी प्रवेश किया है।यह सबसे ज्यादा परेशानी मरीजो और मवेशी पलको का है । प्रशासन के द्वारा दो घाटो पर नाव का व्यस्था किया है।
वही इस पूरे मामले पर गोपालगंज डीएम डॉ0 नवलकिशोर चौधरी ने कहा कि कल बाल्मीकि नगर बराज से 03 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था उसका बहाव आज गंडक नदी में हो रहा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ जैसी कोई हालात नही है गंडक नदी का जल स्तर अब काम हो रहा है।